


पिथौरा वन परिक्षेत्र में अवैध कटाई और तस्करी के मामले तस्करी के मामले सामने आतेरहते है। क्षेत्र में बहुमूल्य खैर लकड़ी की अवैध परिवहन के अलावा, वन भूमि पर अवैध कब्जों की भी सूचनाएं लगातार मिल रही हैं। वन विभाग द्वारा इस तरह के मामलों में कड़ी कार्रवाई की जा रही है, लेकिन तस्कर अक्सर वन विभाग की टीम को चकमा देने में सफल हो जाते हैं।
इस बार वन विभाग ने बड़ी सफलता हासिल की है और स्थानीय व अंतर्राष्ट्रीय गिरोहों के संलिप्त होने की आशंका भी व्यक्त की गई है।
पिथौरा वन परिक्षेत्र न सिर्फ तस्करी का केंद्र बन चुका है, बल्कि यहां अवैध कटाई, वन भूमि पर अवैध कब्जों और अन्य वन अपराधों की घटनाएं भी जारी हैं
महासमुन्द वन विभाग की बड़ी सफलता, पिथौरा में अवैध लकड़ी तस्करी पकड़ाया l
महासमुन्द जिले के पिथौरा वन परिक्षेत्र में वनमंडलाधिकारी श्री मयंक पांडेय के निर्देशन एवं संयुक्त वनमंडलाधिकारी पिथौरा श्री यू.आर. बसंत के मार्गदर्शन में वन विभाग ने अवैध कटाई एवं परिवहन को रोकने के लिए सख्त पेट्रोलिंग अभ201यान चलाया। इस दौरान पिथौरा वन परिक्षेत्र अधिकारी श्री सालिकराम डड़सेना अपने अधिनस्थ अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ सांकरा परिव137त्त के आर.बी.चीप वनक्षेत्र में एक 407 वाहन (CG 04 JB 7897) से बहुमूल्य खैर (ईमारती) लकड़ी का अवैध परिवहन करते हुए पकड़ा गया।
वाहन चालक राजकुमार अग्रवाल (पिथौरा निवासी) के विरुद्ध भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 52(1) सहपठीत धारा 20(4) तथा छत्तीसगढ़ अभ221वहन (वनोपज) नियम 2001 के नियम 3 एवं 5 के तहत प्रारंभिक कार्यवाही की गई। जप्त वाहन एवं वनोपज की कीमत लगभग 3 लाख रुपये आंकी गई है। वाहन को राजसात हेतु प्रस्तावित किया गया है।
पिथौरा वन परिक्षेत्र तस्क275री का केंद्र बना
पिथौरा वन परिक्षेत्र में अवैध कटाई, वन भूमि पर अवैध कब्जों की खबरें लगातार प्राप्त होती रही हैं। आरोप है कि खैर जैसी बहुमूल्य प्रजाति की लकड़ी की ओडिसा क्षेत्र एवं आस-पास से अवैध निकासी हो रही है और इसका अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नेपाल तक परिवहन किया जा रहा है। इस पूरे प्रकरण में स्थानीय कुछ सफेदपोस अपराधियों के अंतर्राष्ट्रीय गिरोह से जुड़े होने की भी जानकारी प्राप्त हुई है। वन विभाग ने इस प्रकरण की जांच को आगे बढ़ाते हुए सख्त कार्यवाही का संकल्प दिखाया है।
कार्यवाही में सहयोगी अधिकारी एवं कर्मचारी के नाम
इस कार्यवाही में परिक्षेत्र अधिकारी पिथौरा सालिकराम डड़सेना, परिक्षेत्र सहायक सांकरा राजकुमार साहू, परिक्षेत्र सहायक पिथौरा ल1लीत पटेल, परिसर रक्षी सांकरा दीपक कुमार जेण्ड्रे, परिसर रक्षी सल्डीह सुदामा पालेश्वर, परिसर रक्षी बोईरडीह वनपाल दिनेश शर्मा, कोकिलकांत दिनकर, विरेन्द्र बंजारे, नरेन्द्र धु्रव, सुरक्षा श्रमिक रघुमणी ताण्डी, दयानिधी दीप, प्रहलाद भोई का विशेष सहयोग रहा।
