राज्यपाल ने शासकीय विश्वविद्यालयों के कामकाज की समीक्षा की
रायपुर. राज्यपाल रमेन डेका ने बुधवार को सभी शासकीय विश्वविद्यालय के कुलपतियों की बैठक लेकर विश्वविद्यालयों के कामकाज की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों को रिसर्च एवं डेवलपमेंट पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। इस पर फोकस होकर कार्य करें। विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए रिक्त पदों पर भर्ती प्राथमिकता से करें। उन्होंने सभी कुलपतियों को हिदायत दी की विश्वविद्यालय से बाहर निकलें और कॉलेजों का आकस्मिक निरीक्षण करें। कॉलेजों के प्राचार्यों की साल में दो बार बैठक लेें।
बैठक कर दें शिक्षा नीति के लिए सुझाव
उन्होंने कृषि विश्वविद्यालय को निर्देश दिए कि किसानों को पारंपरिक फसल के स्थान पर लाभप्रद फसल के लिए प्रोत्साहित करें। टमाटर के विपणन पर विशेष ध्यान दें ताकि उन्हें खराब होने से बचाया जा सके। खाद्य उत्पादन और आपूर्ति में संतुलन होना चाहिए। इसके साथ ही उद्यानिकी विश्वविद्यालय को स्व सहायता समूहों के साथ मिलकर कार्य करने कहा गया। उन्होंने नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की जानकारी लेते हुए कहा कि कुलपति अपने कॉलेजों के प्राचार्यों को इसकी संपूर्ण जानकारी दें। नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के लिए सभी कुलपति आपस में बैठक कर अपने सुझाव और अनुभव साझा करें।
तनाव प्रबंधन पर कार्य करने की जरूरत
बैठक में राज्यपाल ने कहा कि साल में एक बार पूर्व छात्र समेलन का आयोजन करें। सोशल मीडिया के इस दौर में छात्रों के तनाव प्रबंधन जरूरी हो गया है। विश्वविद्यालय में रिसर्च एवं डेवलपमेंट पर कार्य करने की जरूरत है। व्यवसायिक और तकनीकी विश्वविद्यालयों में नवाचार को बढ़ावा दें और युवाओं को स्टार्टअप के लिए प्रोत्साहित करें।
राज्यपाल ने बैठक में कहा कि डीन स्टूडेंट वेलफेयर को सक्रिय करें और विद्यार्थियों की शिकायतों का समय पर निराकरण करें। विश्वविद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाना सबसे बड़ी प्राथमिकता है। विश्वविद्यालयों में स्थाई रजिट्रार नियुक्त करें और आवश्यकतानुसार पाठ्यक्रमों की संया बढ़ाएं, जिससे विद्यार्थियों की संया भी बढ़ेगी। बैठक में कुलपतियों ने बारी-बारी से प्रेजेंटेशन भी दिया। इस दौरान राज्यपाल के सचिव डॉ. सीआर प्रसन्ना, उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त संतोष देवांगन, राजभवन की उपसचिव हिना अनिमेष नेताम व अन्य मौजूद रहे।
