सरायपाली।वर्षों से चल रही सरायपाली को जिला बनाने की मांग आखिरकार पूरी होने की दिशा में बढ़ रही है। छत्तीसगढ़ शासन ने इस मांग पर गंभीर पहल करते हुए औपचारिक प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। विधायक चातुरी नंद की सक्रियता और लगातार प्रयासों के बाद मुख्यमंत्री सचिवालय से कार्यवाही शुरू हुई है। शासन ने महासमुंद कलेक्टर से विस्तृत प्रतिवेदन मांगा है, ताकि जिला गठन की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा सके।
राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग, नवा रायपुर अटल नगर द्वारा जारी पत्र में कलेक्टर महासमुंद को सरायपाली को जिला घोषित करने हेतु भौगोलिक, जनसंख्या, प्रशासनिक ढांचे और अन्य आवश्यक तथ्यों पर आधारित विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजने के निर्देश दिए गए हैं।विधायक चातुरी नंद ने मीडिया को जारी बयान में कहा कि, “यह सरायपाली की जनता के लिए ऐतिहासिक क्षण है। क्षेत्र की जनता लंबे समय से जिला बनाए जाने की मांग कर रही थी। मैंने सदन में, मुख्यमंत्री से व्यक्तिगत मुलाकात कर और लगातार पत्राचार के माध्यम से इस मुद्दे को उठाया। सरायपाली भौगोलिक, प्रशासनिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से जिला बनने योग्य है।”उन्होंने आगे कहा कि जिला बनने से आम जनता को छोटी-छोटी सेवाओं के लिए महासमुंद तक नहीं जाना पड़ेगा। राजस्व, स्वास्थ्य, शिक्षा, पुलिस सहित अन्य विभागों की सुविधाएं स्थानीय स्तर पर उपलब्ध होंगी। इससे विकास की गति तेज होगी और सरायपाली को नई पहचान मिलेगी। विधायक ने यह भी स्पष्ट किया कि यह अभी केवल शुरुआत है। “जिला बनने तक हम क्रमबद्ध तरीके से आंदोलन जारी रखेंगे। सदन से लेकर सड़क तक जनता की इस मांग को मजबूती से रखते रहेंगे।”

शासन ने मांगी विस्तृत जानकारी
सरायपाली को जिला बनाने के लिए शासन ने कलेक्टर महासमुंद से कई बिंदुओं पर जानकारी प्रस्तुत करने को कहा है, जिनमें शामिल हैं – भौगोलिक स्थिति,जनसंख्या,प्रशासनिक ढांचा (तहसीलें एवं उपतहसीलें),प्रस्तावित जिले में सम्मिलित तहसीलों की सूची,नए जिले का मानचित्र और परिभाषित सीमा,सामाजिक, सांस्कृतिक और प्रशासनिक दृष्टिकोण से अन्य विवरण

जनता में उत्साह
जैसे ही सरायपाली को जिला बनाए जाने की प्रक्रिया शुरू होने की खबर सामने आई, क्षेत्र में हर्ष का वातावरण फैल गया। पूर्व पार्षद और व्यापारी सुरेश भोई ने कहा कि यह दशकों पुरानी मांग थी, जिसके पूरा होने से विकास का नया अध्याय शुरू होगा। वहीं केंदुआ निवासी तेजराम पटेल ने इसे जनता की जीत बताते हुए कहा कि, “विधायक की पहल से यह प्रक्रिया शुरू हुई है। जिला बनने के बाद फुलझर अंचल को नई पहचान मिलेगी।”सरायपाली क्षेत्र की यह पुरानी मांग अब मूर्त रूप लेती दिख रही है। शासन स्तर पर प्रक्रिया आगे बढ़ने से क्षेत्रवासियों की उम्मीदें और भी प्रबल हो गई हैं। सभी की नजरें अब कलेक्टर की रिपोर्ट और उसके बाद शासन के अंतिम निर्णय पर टिकी हुई हैं।







Users Today : 6
Users Yesterday : 26